What is Automatic transmission Gear box. How it's working Automatic Transmission system

Automatic Transmission System

ऑटोमैटिक ट्रांसमिशन                                                                                                                       ऑटोमेैटिक ट्रांसमिशन एक प्रकार का मोटर वाहन ट्रांसमिशन है जो अपने आप जैसे ही वाहन चलाता है और गीयर अनुपात को बदलता है तथा ड्राइवर को गीयर बदलने में आजाद रखता है। काफी ऑटोमेैटिक ट्रांसमिशन गीयर रेंज का सेट होता है। पार्किंग पावल ( powl ) प्रेेैशर के साथ जो स्ट्रोक फेस ट्रांसमिशन की आउटपुट (output shaft ) शाफ्ट को लॉक  ( lock )करता है वाहन को आगे पीछे तथा रोलिंग करने के लिए रखता है।      
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Automatic Transmission System.

                                                                                                                                                             उसी तरह परंतु बड़ी डिवाइस हैवी वाहन , औद्योगिक वाहन के लिए प्रयोग की जाती है कुछ महीने सिमित स्पीड रेंज के साथ या फिक्स इंजन स्पीड साथ जैसे कुछ और फोर्कलिफ़्ट और लान मुबर केवल विभिन्न प्रकार के गीयर 
इंजन में पहिए से  देने के लिए टार्क कॉन्वेर्स्टर ( Torque Converster ) का प्रयोग किया जाता है।                                                                                                                                                                      ऑटोमेैटिक के साथ साथ दूसरे प्रकार ऑटोमैटिक ट्रांसमिशन ( Transmission ) है। जैसे की ( CUT )कांस्टेंटली ट्रांसमिशन (Continuasly Transmission ) और सेमी ऑटोमेैटिक ट्रांसमिशन जो मनुवली ड्राइवर को गियर शिफ्ट करने free रखते हैं।  ट्रांसमिशन के प्रयोग से कंप्यूटर से गीयर चेंज कर के उदाहरण के लिए यदि ड्राइवर रेड लाइन इंजन में हो या रेड लाइन की अवस्था में हो स्पष्ट रूप के बावजूद दूसरे ट्रांसमिशन के समान ऑटोमेैटिक ट्रांसमिशन अंदरूनी ऑपरेशन में अर्थपूर्ण ढंग से  अलग है और ड्राइवर की फील feel सेंमी ऑटोमेैटिक और CUTS  से।      
                                                                                                                                                               पहला ऑटोमेैटिक ट्रांसमिशन सिस्टम 1921से  Alfred Horner Munro of Regina. के द्वारा खोजा गया था तथा यह कैनेडियन पेंटर ( CA235757 in 1923 )के अंडर (Under)पैटट किया गया।  सिस्टम इंजन के दौरान मुनरो ने अपनी डिवाइस को डिजाइन किया। जो एयर कंप्रेैस करता है हाइड्रोलिक (Fluid) की बजय और इसकी कम पावर की वजह से कमर्शियल एप्लीकेशन (Application) नहीं हो पाया जाता है  पहला ऑटोमेैटिक ट्रांसमिशन का हाइड्रोलिक फ्लूइड  प्रयोग में  1930 प्रयोग में जर्नल  मोटोरन (General Motorn ) द्वारा किया गया और 1940ओल्ड मोबाइल ( Old - Mobile )में परिणित किया गया जैसे की   Hydramatic  ट्रांसमिशन।                                 मानवीय ट्रांसमिशन के साथ तुलना ( Comparison With Manual Transmission )     
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Manual transmission system.
                                                                                                                                              बहुत  कारें 1950 में बेची गई जो नॉर्थ - अमेरिका में ऑटोमेैटिक ट्रांसमिशन बेस पर  थी  तींन अमेरिकन कंपनी द्वारा बनाई गई थी,ऑटोमेैटिक प्रयोग के द्वारा शुरू की गई इसके विपरीत यूरोप  में  मैनुवल गीयर  बॉक्स स्टैंडर्ड है ड्राइवरों का 20% का ऑप्शन (Option) ऑटोमेैटिक ट्रांसमिशन है  कुछ  एशियन मार्केट तथा ऑस्ट्रेलिया में 1990 के ऑटोमेैटिक ट्रांसमिशन काफी प्रचलित हो गया था। 

 ऑटोमेैटिक ट्रांसमिशन मोड  ( AutomaticTransmission Mode )

परंपरागत ढंग से ट्रांसमिशन ऑपरेटेग मोड को चुनने के ऑर्डर से ड्राइवर एक सिलेक्शन लीवर को चलाता है जो या तो स्टेरिंग कालम पर होता है या फ्लोर पर। सेलेक्ट मोड़ के ऑर्डर में या मैनुवली स्पेसिफिक गियर अनुपात से ड्राइवर एक बटन को पुश  करता है या हैंडल बाहर की तरफ  पुश   करता है। ऑटोमेैटिक ट्रांसमिशन विभिन्न प्रकार के मोड में होते हैं। जो मॉडल  पर तथा  ट्रांसमिशन बनाने पर निर्भर करते हैं कुछ साधारण मोड इस प्रकार है -
Pपार्क (Park )                                                                                                                                                       यह Selection Mechanically ट्रांसमिशन शाफ़्ट की आउटपुट को लॉक है तथा वाहन को मूव करने में प्रतिबंधित करता है यह पार्किंग पआउल ट्रांसमिशन को रोटेटिंग से दूर करती है इस प्रकार वाहन को मूव करने से बचाती है फिर भी यहां नोट करनी चाहिए कि वाहन का नान ड्राइविंग व्हील व्यक्तिगत रूप से रोटेट हो सकता है इसका कारण यह है कि यह हैंड ब्रेक के उपयोग के लिए स्पेसिफिक करता है क्योंकि यह व्हील को लॉक कर देता है तथा उसे घूमने से दूर रखता है एक कार को खत्म होने रोकने  के लिए पार्क में ट्रांसलेशन की सेटिंग पहले से पहले पूरी तरह से बंद कर देना चाहिए पार्क ( p )दो सेलिकशन  में एक ही  है जो कार में इंजन को स्टार्ट करता है                                 दूसरा न्यूट्रल  ( N )                                            
                      आधुनिक काफी कारो व  ट्रकों में ड्रइवर Foot  ब्रेक प्रयोग करते हैं  ट्रांसमिशन  से पहले पार्क  ताकें taken out कर   सकते हैं पार्क पिस्टन ऑटोमैटीक ट्रांसमिशन के   साथ ट्रक व   कोच    के साथ हटाया जा सकता है जो एयर ऑपरेटेड पार्किंग ब्रेक सेैट  के साथ न्यूट्रल  में बदल जाता है।  
Reverse ( R )                                                                                                                                                          ट्रांसमिशन इंजन रिवर्स गियर वाहन को पीछे चलाने को आज्ञा देता है तथा एक स्विच के ऑपरेट से घूमने से Visibility को बढ़ाने के लिए लाइट का सफेद बैकअप होता है अधिकतर ट्रांसमिशन में रिवर्स को चुनने के लिए ड्राइवर को पूर्ण रूप से बंद करना चाहिए शिफ्ट लॉक बटन को दबाना चाहिए तथा रिवर्स को सलेक्ट करना चाहिए यदि पूर्ण रूप से बंद ना करें तो ट्रांसमिशन का खत्म होने का कारण हो सकता है कुछ आधुनिक ऑटोमेैटिक ट्रांसमिशन अपने स्थान पर सुरक्षित मैकेनिज्म के साथ होते हैं कुछ इलेक्ट्रॉनिक्स ट्रांसमिशन  Reserve गियर गीयर के साथ इकट्ठे Engejment को दूर करता है जैसे कार  मूव  कर रही हो तो कुछ शफीटर बटन के साथ ड्राइवर को स्वतंत्र रूप से shifter R  to N या d को बिना डेप्रोसिंग बटन  करते हैं फिर भी ड्राइवर बिना डिप्रैस Shift बटन के back से  R shift नहीं कर सकता हाई स्पीड में Accidental  shfting से बचने के लिए जो ट्रांसमिशन खत्म कर सकता है 
नूट्रल  / No गियर N.                                                                                                                                             इसमें सभी गीयर  ट्रेन  ट्रांसमिशन में होते हैं Drivein व्हील को ट्रांसमिशन से डिस -कांटेक्ट किया जाता है वाहन को अपने इंजन के अंदर Coast Freely के लिए आज्ञा देता है तथा बिना मोटिव फोर्स के  Momentum प्राप्त  करता है आदर्श डाउन लंबे ग्रेड में कोस्टिंग को बचाना चाहिए भले ही जैसे ट्रांसमिशन का लुब्रिकेशन पंप नोन आइडल आरपीएम ( RPM )से चलाया जाता है उसी प्रकार इमरजेंसी थ्रोइंग ऑटोमेैटिक ट्रांसमिशन के साथ न्यूट्रल में अंतिम आश्रया है। 
हाइड्रॉलिक ऑटोमेैटिक ट्रांसमिशन
ऑटोमेटिक ट्रांसमिशन का प्रमुख रूप या प्रकार हाइड्रोलिक ऑपरेटेड है। फ़्लूड कपलिंग  के प्रयोग से और गियर अनुपात की रेंज को देने के लिए plantry गीयर सेैट का एक सेैट। 
What is clutch and why clutch are important in a vehicle .read more

                
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1 comments:

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April 25, 2019 at 5:52 PM ×

Nice

Congrats bro Automobile technical you got PERTAMAX...! hehehehe...
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