What Is Clutch And Its Working How Many Types Of Clutch And Quality Of Good Clutch Clutch And Diffination.

  1.  Interoduction( परिचय )

                                                 क्लच प्राय:  इंजन और गियर बॉक्स  के  मध्य में फिट किया जाता है  जैसे की fig 1.  पर दिखया गया है क्लच प्राय: इंजन की ड्राइव  गियर  बॉक्स से  जोडने या तोड़ने  का साधन है। इंटरनल कंबस्शन इंजन प्राय :  गाड़ी  को चलाने  के लिए जरूरी तातक पैदा नही  कर पाता। इसलिए जरूरी  है की इसका संबंद्व  Transmistion से तोड़ा  जाये और इंजन को पहले बिना लोड के स्पीड पर चलये  ताकि वह काफी टॉर्क बना पाये और धिरे -२   उसकी ड्राइव को  Transmistion से जोड़े जिसके बिना झटका लगे  गाड़ी  चले जब हम क्लच को पूरी अंगेज  करे तो यह इंजन की सारी ताकत गियरबॉक्स तक पुंचाये और उसके अंदर कोई स्प्लैज नहीं होनी चाहिए।    
https://draft.blogger.com/blogger.g?blogID=3887428360050727417#editor/target=post;postID=893279674353657530;onPublishedMenu=allposts;onClosedMenu=allposts;postNum=9;src=link
Fig 1. Layout of Power flow in Vehicle.                       

   2.  Function Of Clutch ( क्लच  के कार्य  )

  • क्लच सदैव इंजन की पावर को गियर बॉक्स से तोड़ता है। 
  • स्टार्ट  करते समय इंजन  को थोड़ा गर्म करने के लिए और इंजन की स्पीड बढ़ा कर उसमें गाड़ी को चलाने की क्षमता बढ़ाने के लिए क्लच का प्रयोग किया जाता है। 
  • क्लच का  कार्य इंजन का संबंध गियर बॉक्स से तोड़ने के लिए किया जाता है ताकि गियर आसानी से बदले जा सके और गियर को हानि ना हो
  • इंजन का संबंध गियर बॉक्स से  तोडना  जबकि ब्रेक लगाकर गाड़ी को खड़ा करना हो। 
  • इंजन पर गाड़ी चलाने का लोड धीरे - धीरे बिना झटका  दिए उठाने में भी  क्लच का योगदान होता है। जब इंजन स्टार्ट करते हैं तो स्पीड कम होती है।  और पावर भी कम उत्पन्न होती है।और खड़ी गाड़ी को चलाने के लिए अधिक पावर की आवश्यकता पड़ती है। इसीलिए जरूरी है कि इंजन  को चलाकर स्पीड बढ़ाई जाए , जिससे उसके पास गाड़ी चलाने के लिए काफी शक्ति हो इसीलिए क्लच को सदैव इंजन और गियर बॉक्स के बीच में लगाया जाता है ताकि ड्राइवर इंजन का संबंध थोड़  और जोड़ सकें। गियर बॉक्स के अंदर कई गियर फिट किए जाते हैं।  जब गाड़ी 1 गियर में चल रही है।  तो उसको दूसरा गियर डालने के लिए अगर क्लच ना हो तो जबरदस्ती खींचकर डालना पड़ेगा क्योंकि  1 गियर तेज चल रहा होता है और दूसरा धीरे इससे गैर के दांत टूट सकते हैं या  गियर बदलने में कठिन हो जाते हैं।  इसी लिए आवश्यक है कि गियर बॉक्स का इंजन के साथ संबंध तोड़ दे ताकि गियर  थोड़ा धीरे हो जाए और उसमें ड्राइविंग पावर ना हो  कि यह एक दूसरे के साथ स्लिप करके engage  किये जा सके। दूसरे अर्थों में क्लच एक कपलिंग  है जो इंजन को गियर बॉक्स से कनेक्ट और डिस्कनेक्ट करता है। 


  • https://draft.blogger.com/blogger.g?blogID=3887428360050727417#editor/target=post;postID=893279674353657530;onPublishedMenu=allposts;onClosedMenu=allposts;postNum=9;src=link
    Fig.2 Simple Clutch.



      •                                                  
         Working System Of Clutch( क्लच की  कार्यबिधि )
      फ्रिकशन क्लच के कार्य को समझने के लिए दो गोल लोहे की प्लेट लीजिये लीजिये जिनमे दो गोल लोहे की  शाफ्टे  फिट की हो अगर एक प्लेट को घुमाये तो उसके सामने रखी  हुई प्लेट नहीं घूमेगी और अब अगर इन दोनों प्लेटो  को  आपस में दवा कर रखे तो पहली प्लेट के घूमने पर दूसरी प्लेट भी घूमेगी और अब पहली प्लेट पर प्रेशर कम रहेगा या उसे हटा लेंगे तो दूसरी प्लेट घूमनी बंद हो जाएगी। इन्हीं नियमों के अनुसार क्लच प्लेट काम करती है केवल अंतर यह है कि गाड़ी के अंदर यह दोनों प्लेट एक दूसरे के साथ साथ प्रैस की हुई रखी रहती हैं। जब क्लच दबाते हैं तो यह एक दूसरे के साथ से हट जाती है। और गाड़ियों में इन प्लेटों के बीच में  क्लच प्लेट डाली जाती है। ताकि मेटल का कनेक्ट ना हो।

https://draft.blogger.com/blogger.g?blogID=3887428360050727417#editor/target=post;postID=893279674353657530;onPublishedMenu=allposts;onClosedMenu=allposts;postNum=9;src=link
Simple clutch plate.
                                   

   4. Qualities f Good Clutch ( अच्छे क्लच की  विशेषताएं )

  •  क्लच लगाते समय या लोड को सामान्य ढंग से ले स्लिप न  करें झटका ना दें और आवाज पैदा ना करें लिखना करें।  
  •  क्लच क्रैंक्षाफ्ट की वाइब्रेशंस को भी कम कर सकें।
  • इसमें लगी ड्रिवन डिस्क की मोमेंट ऑफ  कम हो ताकी गियर आसानी से शिफ्ट किया जा सके। 
  •  क्लच डिसएंगेज करने के लिए पैडल पर कम दबाव की आवश्यकता पड़े। 
  • एडजस्टमेंट आसानी से की जा सके। 
  • ओवरहॉल करने में भी आसानी हो। 
  • इसका डिजाइन साधारण  हो और घीसने वाले पुर्जे कम कीमती हो। 
  • फ्रिक्शण मैटेरियल अर्थात क्लच लाइनिंग की को - एफिशिएंट ज्यादा होनी चाहिए। 
  • सारी क्लच असेंबली का वजन कम से कम होना चाहिए। 
  • फ्रिक्शन  मैमबरज अर्थात क्लच प्लेट प्रेशर प्लेट के अंदर ज्यादा टॉर्क पर कोई फ्रिकशन ना हो। 
  • क्लच के पुर्जो  खासतौर पर क्लच प्लेट की काफी लाइफ हो ।            
  • फ्रिकशन  से उत्पन्न हुई गर्मी को बाहर निकालने का प्रबंध हो। 
  •  इसमें लगी ड्रिवन डिस्क की मोमेंट ऑफ  कम होता कि गियर आसानी से शिफ्ट किया जा सके।                       

Previous
Next Post »

1 comments:

Click here for comments
Unknown
admin
May 2, 2019 at 7:54 PM ×

Accha hai sir

Congrats bro Unknown you got PERTAMAX...! hehehehe...
Reply
avatar

Translate