गीयर रेशों क्या होती है और टार्क रेशो क्या होती है वर्णन कीजिए।
गीयर अनुपात ( Gear Ratio ) जब दो गीयर जिनके दाँते बराबर हो एक - दूसरे को चलाये तो एक के चलाने पर दूसरा भी उसी स्पीड में चलेगा जिसमें उसकी गियर रेशो 1 : 1 होगी। अगर एक छोटा गियर जिसके छ: दांते हैं एक बड़े 18 दाँतों वाले के गीयर को चलाता है। अगर छोटा गीयर तीन चक्कर लगाये तो बड़े दाँतों वाले गीयर का एक पूरा चक्कर होगा। इस हालत में गीयर रेशों 18 : 6 या 3 : 1 रहेगी।
गीयर की टार्क अनुपात ( Torque Ratio of Gears ) टार्क का आसान शब्दों में अर्थ है घुमाने की ताकत। जब हम एक गीयर को दूसरे गीयर से घुमाते हैं तो वह दूसरा गीयर घुमाने वाले गीयर की टार्क के कारण घूमता है तथा इनकी टार्क रेशो, मैकेनिकल एडवांटेज पर निर्भर करती है। अर्थात चलाने वाले और चलने वाले गीयर की रेशों पर निर्भर करती है। उदाहरण के तौर पर एक छोटा गीयर जिस में 24 दाँते हैं एक बड़े दाँतों वाले गीयर को चलाता है तो इसमें बड़े गीयर की स्पीड आधी रह जाएगी लेकिन टार्क छोटे के मुकाबले में दुगनी हो जाएगी और अगर हम बड़े गीयर से छोटे गीयर को चलाये तो छोटे गीयर की स्पीड दुगनी हो जाएगी जबकि टार्क के मुकाबले में आधी इन्हीं नियमों के अनुसार ऑटोमोबाइल में गियर बॉक्स लगाकर हाई स्पीड में कम टार्क और लो स्पीड में ज्यादा टार्क ले पाते हैं। Fig 1. Gear Ratio. |
![]() |
Fig. 2. Torque Ratio of Gear. |